वाशिंगटन। अमेरिका में काम कर रहे तिब्बती संगठनों और समर्थक संस्थाओं ने राष्ट्रपति बराक ओबामा से अपील की है कि वह अपने चीनी समकक्ष हू जिंताओ के साथ बातचीत के दौरान तिब्बत और वहां मानवाधिकारों की स्थिति के मुद्दे को भी उठाएं।
हू जिंताओ की आगामी अमेरिका यात्रा के दौरान दोनों नेता व्हाइट हाउस में मुलाकात करेंगे। लगभग 39 तिब्बती संगठनों ने अपने पत्र में ओबामा से अपील की है कि वह जिंताओ से बातचीत के दौरान इस मुद्दे को भी अपने एजेंडे में शामिल करें।
इंटरनेशनल कैंपेन फार तिब्बत के अध्यक्ष मैरी बेथ मर्क ने अपने पत्र में लिखा है कि राष्ट्रपति ओबामा इस बात को समझते हैं कि तिब्बत की समस्या मानवाधिकारों पर वैश्विक घोषणाओं का उल्लंघन है। साथ ही यह विश्व में चीन के शांतिपूर्ण उदय के लिए एक चुनौती भी है। उन्होंने लिखा है कि ओबामा को इस मौके का उपयोग राष्ट्रपति जिंताओ को यह बताने में करना चाहिए कि तिब्बत का शांतिपूर्ण हल न केवल संभव है, बल्कि चीन दुनिया में जो दर्जा और वैधानिकता चाहता है, उसके लिए एक जरूरी शर्त भी है।