(धर्मशाला , 18 फरवरी , 2011 )
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविधालय (इग्नू) नई दिल्ली स्थित अपने सामाजिक कार्य स्कूल में तिब्बती अध्ययन केंद्र स्थापित करेगा। इग्नू ने 1 फरवरी , 2011 को इस आशय की अधिसूचना जारी की है। इस केंद्र के माध्यम से भारत और नेपाल में तिब्बती संस्कृति को विलुप्त होने से बचाया जा सकेगा। यह केंद्र तिब्बती अध्ययन , बौद्ध दर्शन और धर्म विज्ञान पर बीए, एमए, एमफिल ,पीएचडी पाठ्यक्रमों का विकास और शुरुआत करेगा। इनके लिए इग्नू और केंद्रीय तिब्बती अध्ययन विश्वविधालय द्वारा संयुक्त रुप से डिग्री प्रदान की जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले साल अप्रैल माह में इग्नू में आयोजित तीसरे वार्षिक मदर टरेसा स्मारक व्याख्यान के दौरान इग्नू के उप कुलपति प्रोफेसर वी.एन. राजशोखरन पिल्लाई ने इस निर्णय की घोषणा की थी । इस व्याख्यान के दौरान परमपवन दलाई लामा ने भी मदर और करुणा विषय पर व्याख्यान दिया था। इस केंद्र की स्थापना में सहायता के लिए नई दिल्ली स्थित परम पावन दलाई लामा के प्रतिनिधि कालोन तेम्पा सेरिंग ने इग्नू के उप कुलपति को 5 लाख रुपए का चेक प्रदान किया।