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तिब्बती आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने युवा भारतीयों को अहिंसा की सलाह दी है.
दलाई लामा ने कहा कि भारतीय युवा पीढ़ी को अहिंसा की भावना को बनाये रखने के लिये सक्रिय भूमिका का निर्वहन करना चाहिये और इसे दुनिया के अन्य भागों में भी पहुंचाना चाहिये.
भारत की लोकतांत्रिक परंपरा की तारीफ करते हुये दलाई लामा ने कहा कि यह भारत ही है जिसने उन्हें लोकतंत्र के अर्थ से अवगत कराया और युवा भारतीयों को हजारों सालों के दौरान संस्कृति के सम्मिशण्रसे समृद्ध हुई परंपरा को बनाये रखने के लिये सब कुछ करना चाहिये.
पूर्व राष्ट्रपति आर वेंकटरमन की जन्मशती पर नेहरू मेमोरियल संग्रहालय में आयोजित ‘‘भारत में अहिंसा और आध्यात्म’’ परिचर्चा में भाग लेने आये लोगों को संबोधित करते हुये उन्होंने कहा ‘‘अहिंसा और आध्यात्म पर भारतीयों से कहने के लिये मेरे पास कुछ नहीं हैं . आप सभी इन चीजों को पिछले दो हजार सालों से जानते हैं .’’
उन्होंने कहा ‘‘लेकिन तकनीक और विज्ञान में बहुत ज्यादा रूचि रखने वाली भारत के युवा पीढ़ी को, मैं समझता हूं कि उनकी परंपरा के बारे में याद दिलाया जाना उपयुक्त है . मेरा कहना है कि आप अपने देश का विकास करें और इन पंरपराओं को बनाये रखे .’’