वाशिंगटन, १४ जुलाई, (रायटर)। अमेरिकी सीनेट ने बुधवार को चीन के झिंझियांग क्षेत्र के उत्पादों के आयात पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून पारित किया। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि उग्यूर और अन्य मुस्लिम समूहों के खिलाफ चल रहे नरसंहार के खिलाफ वाशिंगटन में बीजिंग को दंडित करने का यह नवीनतम प्रयास है।
उग्यूर जबरन श्रम रोकथाम अधिनियम से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि झिंझियांग में माल का निर्माण श्रमिकों से जबरन कराया गया है। इसलिए १९३० के टैरिफ अधिनियम के तहत अमेरिका में प्रतिबंधित है, जब तक कि अमेरिकी अधिकारियों द्वारा इसे प्रमाणित नहीं कर दिया जाता है।
सर्वसम्मति से पारित, द्विदलीय ऐक्ट के मानकों में इसे साबित करने की जिम्मेदारी अब आयातकों पर डाल दी जाएगी कि इसमें जबरन श्रम नहीं कराया गया है। जबरन श्रम के उचित सबूत होने पर मौजूदा नियम माल पर प्रतिबंध लगाता है।
राष्ट्रपति जो बिडेन के हस्ताक्षर के लिए व्हाइट हाउस में भेजे जाने से पहले बिल को प्रतिनिधि सभा से भी पारित करना होगा। यह तुरंत स्पष्ट नहीं है कि यह कब हो सकता है।
डेमोक्रेट जेफ मर्कले के साथ कानून पेश करनेवाले रिपब्लिकन सीनेटर मार्को रुबियो ने सदन से शीघ्र कायावाही चलाने का आह्वान किया। रुबियो ने एक बयान में कहा, ‘हम मानवता के खिलाफ सीसीपी के चल रहे अपराधों से आंखें नहीं मूंदेंगे, और न ही हम निगमों को वहां के भयानक दुर्व्यवहारों से लाभ उठाने की अनुमति देंगे।’
मर्कले ने कहा, ‘किसी भी अमेरिकी निगम को वहां किए जा रहे अत्याचारों से लाभ नहीं उठाना चाहिए। किसी भी अमेरिकी उपभोक्ता को अनजाने में गुलामी के श्रम से उत्पादित सामान नहीं खरीदना चाहिए।’
सदन को ध्यान में रखते हुए डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन सहयोगियों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस उपाय को सदन में मजबूत समर्थन मिलेगा। पिछले साल सदन ने लगभग सर्वसम्मति से इसी तरह के उपाय को मंजूरी दी।
यह बिल चीन में अधिकारों के हनन के आरोपों के मद्देनजर अमेरिकी आपूर्ति शृंखलाओं को सुरक्षित करने के लिए पहले से उठाए गए कदमों से आगे निकल जाएगा। वर्तमान में चीन में झिंझियाग के टमाटर, कपास और कुछ सौर उत्पादों पर प्रतिबंध लागू हैं।
बिडेन प्रशासन ने प्रतिबंधों में शामिल वस्तुओं की संख्या में वृद्धि की है और मंगलवार को एक सलाह जारी करते हुए व्यावसायियों को चेतावनी दी है कि अगर झिंझियांग में अपने व्यावसायिक गतिविधियों को अप्रत्यक्ष रूप से भी जारी रखते हैं और यह निगरानी नेटवर्क से जुड़ता है तो यह अमेरिकी कानून का उल्लंघन माना जाएगा। अधिकार समूहों, शोधकर्ताओं, पूर्व निवासियों और कुछ पश्चिमी सांसदों और अधिकारियों का कहना है कि झिंझियांग के अधिकारियों ने २०१६ के बाद से अब तक लगभग एक लाख उग्यूर और अन्य लोगों को, जिनमें मुख्य रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यक थे, हिरासत में लेकर जबरन श्रम शिविरों में डाल दिया है।
रिपोर्टिंग- माइकल मार्टिना; अतिरिक्त रिपोर्टिंग- पेट्रीसिया ज़ेंगरेल; संपादन- लेस्ली एडलर।