बोधगया, बिहार। परम पावन दलाई लामा ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष माननीय केविन मैककार्थी और सदन के डेमोक्रेटिक नेता माननीय हकीम जेफ़रीज़ को अलग-अलग पत्र लिखकर उनके पदों पर हाल के चुनावों में विजयी होने के लिए बधाई दी है।
परम पावन ने घोषणा की, ‘मैं लंबे समय से लोकतंत्र और कानून के शासन जैसे मौलिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए अमेरिका का प्रशंसक रहा हूं।लोकतांत्रिक दुनिया में एक प्रमुख शक्ति के रूप मेंअमेरिका आर्थिक चुनौतियों, सामाजिक मुद्दों और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों का समाधान करके एक अधिक शांतिपूर्ण दुनिया को आकार देने में विशेष योगदान दे सकता है। अमेरिका अपने सभी नागरिकों को स्वतंत्रता और अवसर प्रदान करता है। इसने इसे आशा की किरण बना दिया है। ‘‘१९७९सेमुझे कई बार अमेरिका जाने का सौभाग्य मिला है और आपके कुछ पूर्ववर्ती स्पीकरों सहित अमेरिकी नेतृत्व के साथ व्यापक मुद्दों पर अपने विचार साझा करने का अवसर मिला है। मैं उन्हें तिब्बत में तिब्बती लोगों के लिए अपनी चिंता से भी अवगत कराता रहा हूं, जो मुझे विश्वास और आशा की दृष्टि से देखते हैं। अमेरिका से हमें मिले व्यापक द्विदलीय समर्थन के लिए तिब्बती लोग आपके आभारी हैं। हमारा संघर्ष हमारे लोगों को हमारी शांति, अहिंसा और करुणा की प्राचीन संस्कृति को संरक्षित रखते हुए और बढ़ावा देते हुए सम्मान के साथ जीने के बारे में है। हमारी इस संस्कृति में मानवता को समग्र रूप से लाभान्वित करने की क्षमता है। ‘परम पावन ने आगे कहा, ‘मेरा मानना है कि चीन में स्थिति बदल रही है और मुझे उम्मीद है कि इससे सकारात्मक बदलाव आएगा। साथ ही, मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि तिब्बत में तिब्बती लोगों का दृढ़-संकल्प और भावना अदम्य है। ‘अपने स्वयं के जीवन में मैं मानवीय मूल्यों को बढ़ावा देने, अंतर-धार्मिक सद्भाव को प्रोत्साहित करने, तिब्बती बौद्ध संस्कृति को संरक्षित करने के लिए काम करनेऔर तिब्बत के नाजुक प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा करने के साथ-साथ मन और भावनाओं के कार्यों की प्राचीन भारतीय समझ के प्रति जागरूकता और रुचि पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध हूं। उन्होंने दोनों नेताओं को अमेरिकी लोगों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने और एक खुशहाल, अधिक शांतिपूर्ण दुनिया में योगदान देने के उनके प्रयासों में हर सफलता की कामना करते हुए अपने संबोधन को समाप्त किया।