तिब्बतनरिव्यू.नेट, 22 मई, 2019
चीन के आधिकारिक वेबसाइट chinadaily.com.cn की 22 मई की रिपोर्ट के अनुसार, सिचुआन-तिब्बत रेलवे के तिब्बत खंड पर काम अगले महीने से शुरू होने की उम्मीद है। छंदो खंड पर काम तेज गति से आगे बढ़ रहा है। यह इस क्षेत्र में चीन की दूसरी सबसे बड़ी रेलवे लिंक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भौगोलिक रूप से दुनिया की सबसे चुनौतीपूर्ण इस रेलवे परियोजना के पूरा हो जाने पर यहां ट्रेनें 200 किमी / प्रतिघंटा की रफ्तार से चलेंगी, जबकि कुछ खंड पर इसकी रफ्तार 160 किमी / प्रतिघंटा तक सीमित रहेंगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन रेलवे आर्युआन इंजीनियरिंग ग्रुप कंपनी लिमिटेड द्वारा 22 मई को एक मसौदा योजना पेश की गई थी। कहा जा रहा है कि इसी कंपनी ने यह लाइन डिजाइन की है।
1,600 किलोमीटर लंबी लाइन सिचुआन की राजधानी चेंग्दू से शुरू होगी, कांगदिंग (तिब्बती: डार्टसेदो) से होते हुए तिब्बत में प्रवेश करने से पहले चीन में यान से गुजरती है और क़ामदो (छंदो) के रास्ते ल्हासा तक जाती है।
रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि चीन में 140 किलोमीटर लंबी चेंग्दू-यान हाई स्पीड रेलवे, जो सिचुआन-तिब्बत रेलवे का हिस्सा है, ने पिछले साल 200 किमी / प्रतिघंटा की अधिकतम गति के साथ परिचालन शुरू किया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि रेलवे लाइन के यान-न्यिंग्ची (न्यिंग्त्री) खंड को दुनिया की सबसे चुनौतीपूर्ण रेलवे परियोजनाओं में से एक माना जाता है, क्योंकि यह जटिल और कठिन भूगर्भीय स्थिति वाले तिब्बती पठार के दक्षिण-पूर्वी हिस्से को पार कर लेगा।
रिपोर्ट में पिछली रिपोर्टों के हवाले से कहा गया है कि सिचुआन-तिब्बत रेलवे के 80 प्रतिशत में सुरंगों और पुलों का समावेश होगा, जिसमें लाइन की कुल उंचाई 16,000 मीटर से अधिक है। यह माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई के दोगुने के बराबर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके तैयार हो जाने के बाद चेंग्दू और ल्हासा के बीच रेल का यात्रा समय 48 घंटे से कम होकर लगभग 13 घंटे हो जाएगा।