तिब्बत.नेट, 13 सितंबर, 2018
धर्मशाला। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों और सीटीए के दानदाताओं के कुल 200 से अधिक विशेषज्ञों ने गुरुवार 13 सितंबर को फाइव-फिफ्टी फोरम में नेतृत्व, संसाधन उपयोग, स्वास्थ्य, शिक्षा के महत्वपूर्ण विकास, लचीलेपन की चुनौतियों, तिब्बती समुदाय के अवसरों और अन्वेषण पर चर्चा शुरू की।
फाइव-फिफ्टी राजनीतिक फोरम और फाइव-फिफ्टी युवा फोरम की पृष्ठभूमि में ‘फाइव-फिफ्टी फोरम: एक लचीले तिब्बती समुदाय के लिए’ का यहां शानदार शुरुआत हुई। इसमें राष्ट्रपति डॉ. लोब्सांग सांगेय, यूएसएड के एशिया की उप सहायक प्रशासक एनॅ मैरी यश्तिशॉक, कलान कर्म यशी, वित्त और ‘सर्द’ के निदेशक और सीटीए के मुख्य पुनः स्थापन अधिकारी कायडोर उकात्संग ने हिस्सा लिया।
फोरम का आयोजन सामाजिक और संसाधन विकास (सर्द), वित्त विभाग द्वारा किया गया। फोरम यूएसएड द्वारा वित्त पोषित तिब्बती स्व-पुनःस्थापन और पुनःस्थापन (टीएसआरआर) कार्यक्रम का हिस्सा भी है।
फाइव-फिफ्टी फोरम ऑन रेसीलियंस अक्तूबर 2017 में आयोजित राजनीतिक सभा और अगस्त 2018 में युवा सभा की अगली कड़ी है। यह फाइव-फिफ्टी विजन के विकास और दीर्घकालिक लचीले उद्देश्यों पर केंद्रित है।
फोरम को तिब्बती आध्यात्मिक धर्मगुरु परमपावन दलाई लामा ने संज्ञान में लिया और बधाई दी। दलाई लामा ने कहा, ‘मुझे यह जानकर खुशी हो रही है कि केंद्रीय तिब्बती प्रशासन तिब्बती समुदाय के पुनः स्थापन के लिए फाइव-फिफ्टी फोरम आयोजित कर रहा है।’
उन्होंने फोरम को भेजे अपने संदेश में कहा, ‘यह महत्वपूर्ण है कि हम केवल उस सामग्री से संतुष्ट न हों, जो हम उपयोग कर चुके हैं। हमें दुनिया के बदलते तरीके को ध्यान में रखते हुए समय के साथ आगे बढ़ना चाहिए। इसमें भविष्य के लिए स्पष्ट दृष्टि से सोचने और स्थापित करने के नए तरीके शामिल हो सकते हैं।
एशिया, यूएसएड के एशिया के उप सहायक प्रशासक एन. मैरी यास्तिशॉक ने ’निर्वासन में तिब्बती समुदाय की लचीलापन को सुदृढ़ करने में यूएसएड की भूमिका’ विषय पर फोरम में अपना व्याख्यान दिया।
तिब्बती समुदाय के लिए अपनी पूर्ण क्षमता का एहसास करने के लिए उस विकास के रास्ते पर चलते रहना जरूरी है जिसपर वह आज चल रहा है। यूएसएड विकास निर्णयों का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है जो आपको आत्मनिर्भरता पर अपनी निरंतर यात्रा पर आगे बढ़ने और फाइव-फिफ्टी विजन के उद्देश्यों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए तत्पर है।
‘तिब्बती आत्मनिर्भरता और लचीलापन कार्यक्रम के माध्यम से सीटीए, तिब्बत फंड और यूएसएड- सभी तिब्बती खानाबदोश समुदाय को मजबूत करने वाली जगहों, नीतियों और कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।’
‘तिब्बती समुदाय ने अपनी आत्मनिर्भरता को कैसे बढ़ाया है, इसका सटीक उदाहरण नई स्थानीय वित्तीय संस्थाएं और गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनियों की स्थापना है, जो तिब्बती उद्यमों की स्टार्टअप और विस्तार पूंजी के लिए महत्वपूर्ण कारक है। इस प्रकार यह घरेलू और सामुदायिक संपदा को बढ़ावा देती है।’
सीटीए के अध्यक्ष डॉ लोबसांग सांगेय ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा, ‘रिसीलियंस पर द फाइव-फिफ्टी फोरम’ असल में ‘तिब्बत के राजनीतिक भविष्य और युवा मंच को आकार देने वाले फाइव-फिफ्टी फोरम’ का पूरक है। फाइव-फिफ्टी रिसीलिएंस फोरम विशेष रूप से तिब्बती पुनःस्थापना को मजबूत करने पर केंद्रित होगा और सीटीए के अंतरराष्ट्रीय समर्थकों को सरकारी दाताओं और प्रतिनिधियों के एक समूह के बीच संपर्क को बढ़ाया है।’
‘हम अपने दाताओं और समर्थकों का स्वागत करते हैं, जिन्होंने हमारी शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक आत्मनिर्भरता और उद्यमिता में की गई प्रगति का आकलन किया है और उसके गवाह बने हैं। इसके अलावा, उन्होंने हमारे भविष्य के कार्यान्वयन और पुनः स्थापना परियोजनाओं की रणनीति का आकलन किया है।’
चार दिवसीय विचार-विमर्श के विषय थे- तिब्बती संस्कृति को टिकाऊ बनाना; तिब्बती समुदाय का आर्थिक विकास; तिब्बती शिक्षा को मजबूत बनाना और एक स्वस्थ तिब्बती समुदाय का निर्माण करना।
थीम 1 के तहत जिन विषयों पर चर्चा की गई, वे हैं- तिब्बती संस्कृति, तिब्बती भाषा, तिब्बती बौद्ध धर्म, संग्रहालयों और सांस्कृतिक संस्थानों की भूमिका और तिब्बती कला।
थीम 2 आर्थिक विकास के जिन मुद्दों पर केंद्रित होगा उनमें प्रवासन और युवा-संबंधित मुद्दे, कृषि, वित्तीय सेवाएं, उद्यमिता और विदेशों में रहने वाले तिब्बतियों की भूमिका शामिल हैं।
थीम 3 जिन मुद्दों को चर्चा में लेगी उनमें, शिक्षा गुणवत्ता के मुद्दे, स्कूल नेतृत्व, जनसांख्यिकीय चुनौतियां, बुनियादी शिक्षा नीति और पोषण पेशेवरों की गुणवत्ता शामिल हैं।
थीम 4 के तहत तिब्बती समुदाय के समक्ष उपस्थित स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां, तिब्बती स्वास्थ्य प्रणाली की वित्तीय स्थिरता, क्षमता निर्माण, सोवा रिग्पा (तिब्बती चिकित्सा) का विस्तार, समेकीकरण, वैकल्पिक सेवा वितरण मोड और निवारक देखभाल पर विचार होगा।
14 सितंबर से शुरू पूर्ण सत्र में राष्ट्रपति डॉ लोबसांग सांगेय के बीज भाषण के बाद परिचयात्मक संबोधन धर्म और संस्कृति विभाग के कालोन (मंत्री) कर्मा गेलक युथोक का होगा। गृह विभाग के कालोन सोनम टॉप्ग्याल खोर्लात्संग, गृह विभाग, वित्त विभाग के कालोन कर्मा यशी, शिक्षा विभाग के कालोन डॉ पेमा यांग्चेंन और स्वास्थ्य विभाग के कालोन चोएक्योंग वांगचुक का भाषण होगा।