डेनमार्क। डेनमार्क में सिक्योंग पेन्पा छेरिंग के आधिकारिक कार्यक्रमों के अंतिम दिन डेमोक्रेटिक गैराज (डेमोक्रेसी गैराज) में नॉर्डिक थिंक टैंक फॉर टेक एंड डेमोक्रेसी के अध्यक्ष टोबियास बोर्नाके के साथ बैठक शामिल है। नॉर्डिक देशों में लोकतांत्रिक बहसों पर बड़े तकनीकी प्रभाव को संबोधित करने के लिए डेनमार्क के संस्कृति मंत्रालय द्वारा स्थापित थिंक टैंक में पूरे नॉर्डिक क्षेत्र के सदस्य शामिल हैं। बैठक में थिंक टैंक के सदस्य भी शामिल हुए। सिक्योंग के साथ प्रतिनिधि सोनम फ्रैसी, लंदन स्थित तिब्बत कार्यालय के सचिव लोचो समतेन, डेनमार्क स्थित तिब्बत समर्थन समिति के अध्यक्ष एंडर्स हॉजमार्क एंडरसन और उपाध्यक्ष हाने बेस बोल्सबर्जर भी थे।
नॉर्डिक थिंक टैंक फॉर टेक एंड डेमोक्रेसी के साथ बैठक के बाद सिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने डेनमार्क की संसद की विदेश मामलों और विदेश नीति समिति के सदस्य, संसदीय प्रेसीडियम के तीसरे उपाध्यक्ष और डेनिश संसद में डेनिश सोशलिस्ट पीपुल्स पार्टी के विदेश मामलों के प्रवक्ता सांसद कार्स्टन होंग के साथ मुलाकात की।
दोपहर में सिक्योंग ने डेनिश इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन राइट्स का दौरा किया, जहां उन्होंने कोपेनहेगन में संस्थान के कार्यकारी निदेशक लुईस होल्क और अंतरराष्ट्रीय निदेशक मेटे थिगेसन से मुलाकात की। घंटे भर की बैठक में सिक्योंग पेन्पा छेरिंग और प्रतिनिधियों ने तिब्बत के अंदर गंभीर स्थिति से निदेशकों को अवगत कराया। उन्होंने बताया कि किस तरह से ०४ से १८ वर्ष की आयु के दस लाख से अधिक तिब्बती बच्चों को चीन सरकार द्वारा संचालित औपनिवेशिक आवासीय स्कूलों में पूर्व स्कूली शिक्षा के लिए रखा गया है। इसके अलावा सिक्योंग ने डेनिश इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन राइट्स जैसे संस्थानों के चीन में काम करने और विदेशों में मानवाधिकारों को बढ़ावा देने में अपनी सरकार की भूमिका को मजबूती से रखने के महत्व पर जोर दिया।
डेनिश इंस्टीट्यूट फॉर ह्यूमन राइट्स में अपनी बातचीत के बाद सिक्योंग ने डेनिश संसद में संसद की विदेश मामलों की समिति के सदस्य और डेनिश लिबरल पार्टी के सांसद किम वैलेन्टिन से मुलाकात की।
सिक्योंग पेन्पा छेरिंग की डेनमार्क की पहली आधिकारिक यात्रा डेनिश- चाइना क्रिटिकल सोसाइटी के बोर्ड सदस्यों के साथ एक बैठक के साथ संपन्न हुई। इस दौरान डेनिश युवा राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया।
डेनिश- चाइना क्रिटिकल सोसाइटी एक संगठन है, जिसका उद्देश्य डेनमार्क में चीन के पड़नेवाले दुष्प्रभावों का मुकाबला करना है। संगठन ने ०४ मई २०२३ की शाम कोपेनहेगन में चीन द्वारा मौलिक मानवाधिकारों, अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र को लेकर ज्ञान और आलोचना का प्रसार करने के लिए कार्यक्रम किया था।
डेनमार्क में द्विपक्षीय कार्यक्रमों के सफलतापूर्वक संपन्न हो जाने के बाद सिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने अपने आधिकारिक यूरोप दौरे के अंतिम चरण में ०५ मई को जर्मनी के म्यूनिख के लिए उड़ान भरी। म्यूनिख आगमन पर सिक्योंग का स्वागत प्रतिनिधि थिनले चुक्की के साथ तिब्बत ब्यूरो के तेनज़िन छोसांग, जर्मनी में तिब्बती संघ के अध्यक्ष, म्यूनिख में तिब्बती समुदाय के अध्यक्ष और म्यूनिख- तिब्बती समुदाय के सदस्यों ने किया।