वाराणसी (एसएनबी) । सांस्कृतिक राजधानी काशी से विश्व को शांति का संदेश देने के लिए तिब्बत के सर्वाच्च धर्मगुरु व शांति के लिए नोबल पुरस्कार से सम्मानित परमपावन दलाई लामा सोमवार को यहां पहुंच गये। अपने आठ दिनों के काशी प्रवास के दौरान वे केन्द्रीय तिब्बती अध्ययन विश्वविधालय में आयोजित तेनग्यूर ट्रांसलेशन पर पिछले तीन दिनों से चल रही अन्तरराष्ट्रीय कांफ्रेस को कल 11 जनवरी को सम्बोधित करेंगे इसके अतिरिक्त वे विश्वविधालय द्वारा आयोजित अन्य शैक्षणिक कार्यक्रमों में भी भाग लेंगे । परम पावन अपने काशी प्रवास के दौरान यहां से विश्व को अपना शांति संदेश भी देंगे । परम पावन का स्वागत करने के लिए निर्वासित तिब्बती सरकार का पूरा मंत्रिमंडल प्रधानमंत्री प्रो. सामदांग रिनपोछे के नेतृत्व में यहां आ चुके है।
परम पावन दलाई लामा अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से लगभग एक घंटा विलम्ब से किंगफिशर के विमान से बाबतपुर हवाई अड्डा पहुंचे जहां से वे कडी सुऱक्षा के बीच सडक मार्ग से केन्द्रीय तिब्बत अध्ययन विश्वविधालय पहुंचे । विश्वविधालय के मुख्य द्वार पर सडक के किनारे हजारों की संख्या में बौद्ध धर्मावलम्बियों ने कतारबद्ध होकर अपने सर्वेच्च घर्मगुरु का परम्परागत ढंग से स्वागत किया । बौद्ध भिक्षुओं के हाथों में स्वागत का प्रतीक चिहन खाता था , सर्वेच्च धर्मगुरु के गुजरते समय उन्होंने इसे शीश झुकाकर अपने माथे से लगाकर उनका अभिवादन किया।
विश्व को शांति का संदेश देने दलाई लामा काशी में।
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