वाशिंगटन डीसी।वाशिंगटन डीसी स्थित तिब्बत कार्यालय ने न्यूयॉर्क स्थित चीनी युवा पहल–डेमोक्रेसी सैलून-के सहयोग से२६ अगस्त २०२३ को तिब्बत हाउस में ‘चीन-तिब्बत युवा इंटरेक्शन’ कार्यक्रम के तहत एक फिल्म चर्चा का आयोजन कराया। इस कार्यक्रम में तिब्बती समुदाय और न्यूयॉर्क और आसपास के क्षेत्रों में चीनी समुदाय से लगभग ५० युवा शामिल हुए। प्रतिभागियों ने प्रसिद्ध तिब्बती फिल्म निर्माता स्वर्गीय पेमा छेतेन द्वारा निर्देशित फिल्म ‘थारलो’ देखी। डेमोक्रेसी सैलून के आयोजक व्हाइट पेपर रिवोल्यूशन यानी श्वेत पत्र क्रांति की भावना से प्रेरित हैं और उन्होंने ही तिब्बत पर फिल्म प्रदर्शन का विचार सुझाया था।
प्रतिभागियों का स्वागत करते हुए तिब्बत कार्यालयमें कार्यरत चीनी संपर्क अधिकारी छुल्ट्रिम ग्यात्सो ने फिल्म चर्चा के माध्यम से चीन-तिब्बत युवा बातचीत की सराहना की। छुल्ट्रिम ने स्वर्गीय पेमा छेतेन की विरासत को याद किया और तिब्बत के अंदर समकालीन तिब्बती दुनिया के दैनंदिन के अनुभवों और संघर्षों को फिल्म निर्माण के माध्यम से उजागर करने में उनके अग्रणी योगदान का जोरदार तरीके से उल्लेख किया। उन्होंने इस तथ्य को भी याद दिलाया और उजागर किया कि फिल्मों में उन अनेक संघर्षों और समस्याओं का सीधे उल्लेख नहीं किया जाता है जिनके लिए चीनी अधिकारियों से अनुमोदन की आवश्यकता होती है। छुल्ट्रिम ने परम पावन दलाई लामा के दृष्टिकोण और उनकी चार प्रमुख प्रतिबद्धताओं, २००९ के बाद से तिब्बत के अंदर आत्मदाह के १६० से अधिक मामलोंऔर बीजिंग द्वारा थोपे गए नवीनतम चीनीकरण अभियान के तहत अनिवार्य आवासीय विद्यालयों में जाने के लिए मजबूर कर दिए गए लगभग दस लाख तिब्बती बच्चों सहित तिब्बत की वर्तमान स्थिति पर संक्षिप्त जानकारी दी।
फिल्म दिखाने के बाद प्रतिभागियों को चर्चा के लिए-संस्कृति प्रतिनिधित्व, पहचान और जुड़ाव तथा सहानुभूति और समझ शीर्षक से तीन समूहों में विभाजित किया गया।प्रतिभागियों ने इन विषयों पर बारी-बारी से चर्चा की। अधिकांश चीनी युवा प्रतिभागी चीन की मुख्य भूमि से थे और उन्होंने फिल्म पर अपने विचार व्यक्त किए। उनमें से कई ने तिब्बत के विभिन्न हिस्सों की अपनी यात्राओं के अनुभवों को भी साझा किया। तिब्बती प्रतिभागी फिल्म में छिपे संदेशों पर भीविचार व्यक्तकर रहे थे और बर्बरचीनी नीतियों के तहत तिब्बत की स्थिति का परिचय दे रहे थे। इस तरह विचारों और अनुभवों के आदान-प्रदान के साथ जीवंत चर्चा हुई और भविष्य में जोरदार सहयोग के लिए प्रतिबद्धता का सुझाव दिया गया।