तिब्बत यदि आज़ाद होगा तो भारत की समस्याएं स्वतः हल होती जायेंगी: सरदार हरजीत सिंह ग्रेवाल
भारत- तिब्बत सहयोग मंच के रजत जयंती वर्ष को हमें हर्षोल्लास से मनाना है: पंकज गोयल
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं भारत- तिब्बत सहयोग मंच के मार्गदर्शक माननीय इन्द्रेश जी के मार्गदर्शन में संचालित मंच की राष्ट्रीय कार्य समिति की महत्वपूर्ण बैठक राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के हरियाणा भवन में सम्पन्न हुई। मंच के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सरदार हरजीत सिंह ग्रेवाल की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में संगठन के विस्तार, मंच के मिशन को जन- जन तक पहुंचाने, 5 मई 2023 को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में रजत जयंती वर्ष को ऐतिहासिक रूप से प्रारंभ करने, तिब्बत की आज़ादी, कैलाश मानसरोवर की मुक्ति, हिमालय की रक्षा, पर्यावरण की सुरक्षा, मंच का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने एवं कुछ अन्य मामलों को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा हुई। बैठक की शुरुआत करते हुए राष्ट्रीय मंत्री श्री रामकिशोर पसारी ने संगठन द्वारा किये गए कार्यों एवं आगामी कार्यक्रमों का विस्तृत रूप से ब्यौरा रखा और कहा कि हमें अपने किसी भी कार्य को निश्चित समय सीमा में पूरा करना है।
बैठक को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सरदार हरजीत सिंह ग्रेवाल ने कहा कि मंच द्वारा जिसे जो भी काम दिया गया है, यदि उसे वो तन्मयता से करे तो उसकी उपयोगिता अपने आप बढ़ जाती है। जब उसकी उपयोगिता बढ़ जाती है तो उसकी योग्यता में और भी निखार आने लगता है, इसलिए हमें कोई भी काम मिले, मन लगाकर हिम्मत से पूरा करना है। हमारे मंच का मुख्य मिशन है- तिब्बत की आज़ादी और कैलाश मानसरोवर की मुक्ति। तिब्बत यदि आज़ाद होगा तो भारत की समस्यायें स्वतः हल होती जायेंगी, क्योंकि जब तिब्बत आज़ाद होगा तो हमारा पड़ोसी चीन नहीं बल्कि तिब्बत होगा ।
भारत- तिब्बत सहयोग मंच के राष्ट्रीय महामंत्री श्री पंकज गोयल ने इस बैठक का सर्व दृष्टि से नेतृत्व करते हुए कहा कि मंच का “रजत जयंती वर्ष” हम सबके लिए अपने मिशन को जन- जन तक पहुंचाने का एक सुनहरा अवसर है। मंच के मार्गदर्शक माननीय इन्द्रेश जी की इच्छा है कि “रजत जयंती वर्ष” को ऐतिहासिक रूप से मनाया जाये। श्री गोयल ने कहा कि मंच की स्थापना माननीय इन्द्रेश जी ने 5 मई 1999 को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में की थी । 5 मई 2024 को मंच की स्थापना के 25 वर्ष पूरे हो जायेंगे। इस दृष्टि से 5 मई 2023 को धर्मशाला में जहाँ मंच की स्थापना हुई थी, वहीं से “रजत जयंती वर्ष” की हर्षोल्लास के साथ शुरुआत की जायेगी और 5 मई 2024 को “रजत जयंती वर्ष” का समापन होगा। हमें “रजत जयंती वर्ष” को सर्व दृष्टि से ऐतिहासिक बनाना है। इस एक वर्ष में संतों, बुद्धिजीवियों, सैनिको, महिलाओ, व्यापारियों एवं समाज के विभिन्न वर्गों को लेकर कई सम्मेलनों का आयोजन किया जायेगा। श्री गोयल ने कहा कि मंच के कार्यकर्ताओं में जिस प्रकार का उत्साह है, उससे यही लगता है कि पूरा मंच परिवार माननीय इन्द्रेश जी की उमीदों एवं विश्वास पर खरा उतरेगा ।
मंच के राष्ट्रीय मंत्री श्री प्रमोद गोयल एवं श्री अनिल मोंगा ने 19 नवम्बर से 24 नवम्बर तक आयोजित होने वाली “तवांग तीर्थ यात्रा” के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी औऱ उसे जन- जन तक लोकप्रिय बनाने के लिए राष्ट्रीय कार्य समिति के समक्ष विस्तृत रूप से ब्यौरा रखा। मंच द्वारा चलाए जा रहे “पर्यावरण सुरक्षा अभियान” (5 जून से 12 अगस्त) के संदर्भ में विस्तृत रूप से जानकारी प्रकृति संरक्षण प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोजिका श्रीमती प्रीति सागर गर्ग ने दी। मंच के विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं को लेकर क्षेत्रीय संयोजकों ने विस्तार से अपनी बात रखी। बैठक में समय- समय पर मंच द्वारा किये गए कार्यों एवं आगामी योजनाओं को लेकर कार्य समिति के सदस्यों से सुझाव भी लिये गये।
मंच के कार्यक्रमों को और गति देने के लिए राष्ट्रीय मंत्री श्री विजय शर्मा ने विस्तार से अपनी बात रखी और सभी से उस पर अमल करने का आग्रह भी किया ।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संगठन के विस्तार के संदर्भ में किये गये कार्यों एवं प्रयासों के बारे में जानकारी डॉ. के.के. शर्मा ने दी। राष्ट्रीय मंत्री श्री शिवाकांत तिवारी ने संगठन के विस्तार हेतु अपनी बात रखते हुए कहा कि “रजत जयंती वर्ष” को ऐतिहासिक बनाने हेतु हमें अपने मिशन को जन- जन तक ले जाना ही होगा। बैठक का समापन करते हुऐ राष्ट्रीय मंत्री श्री नर्सिंह मेंगजी ने सभी का आभार व्यक्त किया और कहा कि राष्ट्रीय कार्यसमिति में लिये गये निर्णयों को हमें प्रांत एवं जिला स्तर तक ले जाना है।
इस बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मास्टर मोहनलाल, श्री चन्द्रशेखर साहू, स्वामी दिव्यानन्द जी महाराज, युवा, महिला विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष, महामंत्री सहित सभी क्षेत्र संयोजक एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित हुये।
जगदम्बा सिंह (राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख)
भारत तिब्बत सहयोग मंच (BTSM)