डुमरा (सीतामढ़ी)। भारत तिब्बत मैत्री संघ जिला शाखा की बैठक स्थानीय लोहिया आश्रम में आयोजित की गई। जिसमें तिब्बत की आजादी के लिए चीन पर दबाव बनाने की मांग भारत के राष्ट्रपति से की गई। उपस्थित सदस्यों ने कहा कि तिब्बत के सर्वोच्च नेता पावन दलाई लामा को भारत के संसद के संयुक्त अधिवेशन को तिब्बत के राष्ट्राध्यक्ष के नाते संबोधन कराया जाए। बैठक की अध्यक्षता जिला शाखा के सचिव रीतेश कुमार गुड्डू ने किया। बैठक को संबोधित करते हुए चैप्टर के सदस्य नागेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि तिब्बत भारत का छत है। निर्वासित तिब्बती सांसद को मान्यता देकर भारत अतातायी चीन को सही जबाब दे सकता है। जिला सचिव रीतेश कुमार गुड्डू ने कहा कि गांधी के बाद शांति के सबसे बड़े प्रतीक दलाई लामा ही है। इस विषय पर चुप रहना भारत के लिए ही खतरे की घंटी है। बैठक को ठाकुर चंदन कुमार सिंह, सुधीर कुमार द्विवेदी, विन्देश्वरी प्रसाद सिंह, सुरेश यादव, घनश्याम, प्रो. राम प्रवेश सिंह, राहूल कुमार मिश्र, नवीन कुमार सिंह, रोहित कुमार, संजीव कुमार, संतोष कुशवाहा, दिनेश सिंह, शैलेन्द्र सिंह ने संबोधित किया।
भारत तिब्बत मैत्री संघ की बैठक
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