ब्रुसेल्स। बेल्जियम संघीय संसद की विदेश मामलों की समिति की अध्यक्ष सुश्री वान होफ ने विश्व बाल दिवस के अवसर पर २० नवंबर २०२३ को अपने परिवारों से अलग कर चीनी सरकार द्वारा संचालित आवासीय स्कूलों में दस लाख तिब्बती बच्चों को जबरन भर्ती करने की निंदा की। उन्होंने तिब्बती भाषा, संस्कृति, धर्म और पहचान को मिटाने के उद्देश्य से लाई गई इस नीति को अस्वीकार्य बताया।
सुश्री वान हूफ ने पीआरसी अधिकारियों से सरकार द्वारा संचालित आवासीय स्कूलों में तिब्बती बच्चों के साथ जोर- जबरदस्ती बंद करने का आह्वान किया। उन्होंने आगे उनसे अस्मिता का दमन करने वाली नीति को बंद करने और पीआरसी से अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत दायित्वों का पालन करने का आह्वान किया।