धर्मशाला ,जागऱण संवाददाता । 11 वें पंचेन लामा गेदुन छुयकी नीमा के जन्मदिवस के मौके पर हिमाचल प्रदेश के मैक्लोजगंज स्थित सुग्लाखां बौद्ध मंदिर में विशोष कार्यक्रम आयोजित हुए । तिब्बत यूथ कांग्रेस एंव संगठनों के सहयोग से आयोजित कार्यक्रम में सैकडों भिक्षुओं एंव लोगों ने उनकी रिहाई के लिए प्रार्थना की।
मंदिर में तिब्बती समुदाय ने लामा को सामने लाने के लिए विश्व समुदाय से चीन सरकार पर दबाव डालने का आहान किया। निर्वासित तिब्बती सरकार की डिप्टी स्पीकर डोलमा गेरी ने कहा कि 16 साल पूर्व 1995 में गेदुन चोकी नियामा को दलाई लामा न पंचेन लामा की उपाधि दी थी । इस पर चीन सरकार ने पंचेन लामा को उनके परिवार सहित गिरफ्तार कर गायब कर दिया। 16 साल बीतने पर भी उनका कोई अता -पता नही है कि वे किस हाल में है। उन्होंने कहा कि मार्च 2010 को चीन सरकार की ओर से तिब्बत मामलों के लिए नियुक्त गवर्नर पदमा चोलिंग ने पंचेन लामा और उनके परिवार के बारे में बेहतर जीवन व्यतीत करने का बयान दिया था। लेकिन बिना प्रमाण के तिब्बती समुदाय इसबारे में चिंतित है कि पंचेन लामा वर्तमान में कहा और किस स्थिति में है । वहीं, फ्री तिब्बत स्टूडेंट के निदेशक तेनजिन चोलोन के कहा कि चीन की हिंसात्मक कार्रवाई का तिब्बती लोग शिकार बन रहे है।
पंचेन लामा को रिहा करे चीन।
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