धर्मशाला, भारत (क्योदो)। तिब्बत के आध्यात्मिक धर्मगुरु दलाई लामा ने शुक्रवार को संकेत दिया कि वह अपने उत्तराधिकारी की तलाश को लेकर किसी जल्दीबाजी में नहीं हैं, क्योंकि उनका स्वास्थ्य अभी बहुत अच्छा है।
हिमाचल प्रदेश के शहर धर्मशाला में तीन दिवसीय 14वें तिब्बती धार्मिक सम्मेलन के समापन पर 84 वर्षीय धर्मगुरु ने कहा, ‘मैं शारीरिक रूप से बहुत स्वस्थ और प्रसन्नचित्त हूं।‘
लगभग 70 मिनट के अपने संबोधन में दलाई लामा ने पुनर्जन्म के विषय पर बहुत संक्षेप में बात की। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि उनके उत्तराधिकारी को कब चुना जाएगा।
निर्वासित तिब्बत सरकार के धार्मिक मामलों के मंत्री कर्मा गेलेक युथोक ने बाद में क्योदो न्यूज़ को बताया कि पुनर्जन्म के बारे में दलाई लामा की टिप्पणी से संकेत मिलता है कि उत्तराधिकारी चुनने की प्रक्रिया शुरू होने में अभी समय है।
युथोक ने कहा कि हालांकि तिब्बती धार्मिक सम्मेलन हर तीन साल में होने वाला नियमित कार्यक्रम हैं, लेकिन इस साल का सम्मेलन इसलिए विशेष है, क्योंकि ‘दलाई लामा बुजुर्ग हो चुके हैं और उनके पुनर्जन्म के बारे में कई अटकलें लगाई जा रही हैं।‘
पिछले महीने निर्वासित तिब्बत सरकार के आधार स्थल धर्मशाला में आयोजित तीसरी विशेष आम बैठक में उत्तराधिकारी चुनने के अधिकार को स्वयं दलाई लामा में निहित करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया गया।
14वें तिब्बती धार्मिक सम्मेलन में अन्य प्रतिभागियों के अलावा तिब्बती बौद्ध धर्म के सभी चार पंथों का प्रतिनिधित्व करनेवाले नौ सर्वोच्च लामा उपस्थित थे सर्वसम्मति से इसी संकल्प का समर्थन किया गया। यह संकल्प सुनिश्चित करता है कि दलाई लामा द्वारा चुने गए उत्तराधिकारी को तिब्बती बौद्धों द्वारा मान्यता दी जाएगी, जबकि चीन द्वारा थोपे गए उत्तराधिकारी को अस्वीकार कर दिया जाएगा।
चीन ने दावा किया है कि दलाई लामा के उत्तराधिकारी को चुनने में उसकी भूमिका सुनिश्चित है। पिछले महीने और इस महीने धर्मशाला में हुई बैठकों ने सर्वसम्मति से उस दावे की वैधता को खारिज कर दिया।