रविवार, 17 जुलाई 2011
विदेश मंत्रालय की हरी झंडी मिलने के बाद इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ने पांच सितंबर 2011 को तिब्बत के अध्यात्मिक नेता दलाई लामा को डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान करने का निर्णय किया है।
इग्नू के कुलपति वी एन राजशेखरन पिल्लै ने कहा कि दलाई लामा को डाक्ट्रेट की मानद उपाधि प्रदान करने में अब कोई समस्या नहीं है। हमने पांच सितंबर को उन्हें मानद उपाधि प्रदान करने का निर्णय किया है।
गौरतलब है कि अप्रैल 2011 में चीन के प्रधानमंत्री वेन जिया बाओ के भारत दौरे से पहले दलाई लामा को इग्नू की मानद उपाधि प्रदान किये जाने को टाल दिया गया था। समझा जाता है कि चीन ने दलाई को मानद उपाधि दिए जाने पर आपत्ति व्यक्त की थी।
हालांकि विदेश मंत्रालय की हरी झंडी मिलने के बाद मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने इग्नू को अनुमति प्रदान कर दी थी। मंजूरी नहीं मिलने के कारण दो अप्रैल को इग्नू के 22वें दीक्षांत समारोह में दलाई लामा को मानद उपाधि नहीं मिल सकी थी।
इससे पहले, जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की ओर से दलाई लामा को 23 नवंबर 2010 को दीक्षांत समारोह में मानद उपाधि नहीं प्रदान की जा सकी थी। बाद में विदेशी मंत्रालय ने इसकी अनुमति प्रदान की दी।