धर्मशाला। तिब्बती निर्वासित संसद की अनिच्छा और चीन की अटकलों के बीच दलाई लामा की राजनीति से संन्यास की इच्छा पर शुक्रवार को मुहर लग गई है।
दलाई लामा के संन्यास लेने की इच्छा जताने के बाद तिब्बतियों की संसद इसे मंजूर करने के लिए अपने चार्टर में संशोधन करने पर राजी हो गई। हालांकि संसद ने प्रस्ताव किया है कि वह तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रमुख बने रहें।
गौरतलब है कि तिब्बतियों ने दलाई लामा से अपनी इस इच्छा पर पुनर्विचार का आग्रह किया था जबकि चीन ने उनके राजनीति से संन्यास लेने पर शंका जताई थी। तिब्बतियों के राजनीतिक प्रमुख के पद से हटने की दलाई लामा की इच्छा को औपचारिक मंजूरी देते हुए निर्वासित सरकार ने बजट सत्र के आखिरी दिन चार प्रस्ताव पास किए। इससे आध्यात्मिक नेता से लोकतांत्रिक तौर पर चुने गए प्रतिनिधि को सत्ता के हस्तांतरण का खाका तैयार होगा। तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री सामथेंग रिमपेचे ने तिब्बत की संसद को कहा कि सदन आध्यात्मिक नेता की इच्छा पूरी करने को तैयार है और उन्हें राजनीतिक दायित्वों से मुक्त करने के लिए तिब्बत चार्टर (संविधान) में संशोधन किया जाएगा। चार्टर को इसके अनुरूप संशोधित किया जाएगा और इसके लिए एक संशोधन समिति का जल्द ही गठन किया जाएगा।
दलाई लामा के संन्यास लेने की इच्छा जताने के बाद तिब्बतियों की संसद इसे मंजूर करने के लिए अपने चार्टर में संशोधन करने पर राजी हो गई। हालांकि संसद ने प्रस्ताव किया है कि वह तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रमुख बने रहें।
गौरतलब है कि तिब्बतियों ने दलाई लामा से अपनी इस इच्छा पर पुनर्विचार का आग्रह किया था जबकि चीन ने उनके राजनीति से संन्यास लेने पर शंका जताई थी। तिब्बतियों के राजनीतिक प्रमुख के पद से हटने की दलाई लामा की इच्छा को औपचारिक मंजूरी देते हुए निर्वासित सरकार ने बजट सत्र के आखिरी दिन चार प्रस्ताव पास किए। इससे आध्यात्मिक नेता से लोकतांत्रिक तौर पर चुने गए प्रतिनिधि को सत्ता के हस्तांतरण का खाका तैयार होगा। तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रधानमंत्री सामथेंग रिमपेचे ने तिब्बत की संसद को कहा कि सदन आध्यात्मिक नेता की इच्छा पूरी करने को तैयार है और उन्हें राजनीतिक दायित्वों से मुक्त करने के लिए तिब्बत चार्टर (संविधान) में संशोधन किया जाएगा। चार्टर को इसके अनुरूप संशोधित किया जाएगा और इसके लिए एक संशोधन समिति का जल्द ही गठन किया जाएगा।