अमर उजाला, 8 मार्च 2015
तिब्बती समुदाय के लोग 10 मार्च को तिब्बत की लड़ाई की 56वीं वर्षगांठ मनाएंगे। तिब्बती समुदाय के लोगों का कहना है कि जब तक तिब्बत को स्वतंत्र नहीं किया जाता उनका संघर्ष जारी रहेगा।
तिब्बती संघर्ष समिति के महामंत्री शेरिंग तोपगेल ने बताया कि 1959 में 10 मार्च के दिन चीन ने तिब्बत पर आक्रमण कर अपना कब्जा कर लिया था। तिब्बत की आजादी के लिए अब तक करीब 12 लाख 8 हजार 37 लोग कुर्बानी दे चुके हैं। 10 मार्च को तिब्बतियों की सभी दुकानें बंद रहेंगी।
मल्लीताल, बड़ा बाजार, मालरोड होते हुए तल्लीताल डांठ में महात्मा गांधी चौक पर तिब्बत की आजादी का संकल्प लिया जाएगा और लोअर मालरोड होते हुए जुलूस तिब्बती मार्केट पहुंचेगा।
12 मार्च को महिलाएं निकालेंगी जुलूस
तिब्बती समुदाय की महिलाएं 12 मार्च को नगर के विभिन्न बाजारों में जुलूस निकालेंगी। इस दिन चीनी शासकों ने तिब्बती महिलाओं की हत्या, बलात्कार समेत तमाम अत्याचार किए। तिब्बती महिला संगठन की अध्यक्ष टासी डोलमा ने बताया कि महिला हिंसा के खिलाफ और तिब्बत की आजादी के लिए महिलाओं का जुलूस निकलेगा और तिब्बती बाजार पूरी तरह बंद रहेगा।