Live हिन्दुस्तान, 09 दिसम्बर 2012
तिब्बत में आत्मदाह की बढ़ती घटनाओं से चिंतित तिब्बत की निर्वासित संसद ने कहा है कि वह 350,000 लोगों के हस्ताक्षर युक्त याचिका संयुक्त राष्ट्र संघ के विभिन्न संस्थाओं को सौंपेगा।
तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा के जन्म दिन छह जुलाई से ‘फ्लेम ऑफ ट्रूथ’ नामक याचिका पर हस्ताक्षर अभियान शुरू किया गया था। इस याचिका पर 90 देशों के 351000 लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं। इसमें से 30000 हस्ताक्षर ऑनलाइन किए गए हैं जिसमें मुख्यमंत्री, सांसद, छात्र, कार्यकर्ता एवं पत्रकार शामिल हैं।
निर्वासित संसद के सदस्य कर्मा येशी ने रविवार को बताया, ‘हम लोग कल एक साथ संयुक्त राष्ट्र के न्यूयार्क स्थित मुख्यालय, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद, जेनेवा में युनाइटेड नेशंस हाई कमीशनर फॉर ह्युमन राइट्स के कार्यालय पर और नई दिल्ली में स्थित संयुक्त राष्ट्र सूचना केंद्र को एक साथ याचिका सौंपेंगे।’
उन्होंने कहा कि 10 दिसम्बर अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अलावा ‘ग्लोबल सालिडेरिटी डे फॉर तिब्बत’ के तौर पर भी मनाया जाएगा। येशी ने कहा कि तिब्बत में चीन के दमनात्मक शासन के खिलाफ 2009 से आठ दिसम्बर 2012 तक 94 लोगों ने आत्मदाह किया जिसमें से 79 की मौत हो गई।