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धर्मशाला। निर्वासित तिब्बतियों ने चीन में तिब्बतियों के मानवाधिकार हनन को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप करने की अपील की। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला शहर स्थित केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) के एक अधिकारी ने रविवार को यहां कहा कि एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने पिछले हफ्ते नई दिल्ली में विभिन्न दूतावासों को चीन द्वारा किए जा रहे दमन से अवगत कराया। तिब्बती प्रशासन के प्रवक्ता ने कहा कि दिल्ली दौरे के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, डेनमार्क, नॉर्वे एवं फिनलैंड सहित एक दर्जन से अधिक दूतावासों के अधिकारियों से मुलाकात की।
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे तिब्बती संसद के अध्यक्ष पेनपा त्सेरिंग ने यूरोपीय संघ के सदस्यों से भी मुलाकात की।तिब्बती प्रशासन ने कहा कि चीन की नीतियों के खिलाफ नौ तिब्बती अपनी कुर्बानी दे चुके हैं। तिब्बती आजादी और आध्यात्मिक गुरू दलाई लामा की उनकी जन्मभूमि पर वापसी की मांग कर रहे हैं।
इस बीच,एक फ्रांसीसी सांसद ने कहा कि अंतराष्ट्रीय मंच पर फ्रांस की आवाज सुनी जानी चाहिए और मंच सरकार से ऎसी नीति लागू करने की अपील करे जो चीन में मानवाधिकारों को अमल में लाना सुनिश्चित करे। ज्ञात रहे,हजारों तिब्बतियों ने 19 अक्टूबर को यहां प्रार्थनाओं में भाग लिया था तथा देश के अन्य हिस्सों के लोगों ने तिब्बत के लोगों के प्रति एकता प्रकट की थी।