टोक्यो। जापान में तिब्बत समर्थक समूहों ने १८ फरवरी २०२४ को वार्षिक बैठक आयोजित की। इस बैठक का आयोजन सेव तिब्बत नेटवर्क, तिब्बत हाउस जापान और तिब्बती समुदाय जापान (टीसीजे) ने संयुक्त रूप से किया।
सेव तिब्बत नेटवर्क के अध्यक्ष माकिनो सेशु ने सदस्यों का स्वागत किया और बताया कि वह इतने वर्षों तक तिब्बत मुद्दे से कैसे जुड़े रहे हैं। साथ ही किस तरह से स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए तिब्बती संघर्ष दुनिया में शांति और सद्भाव से जुड़ा हुआ है। उन्होंने सदस्यों को परम पावन दलाई लामा के शांति और अहिंसा के संदेश और संवाद के माध्यम से संघर्षों के समाधान के बारे में लोगों को बताया।
संसद सदस्य और जापान पार्लियामेंटरी सपोर्ट ग्रुप फॉर तिब्बत के महासचिव इशिकावा अकीमासा ने तिब्बत मुद्दे के समाधान के लिए समर्थन व्यक्त किया और सदस्यों को संसदीय समर्थक समूह की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने पिछले साल सूचना एवं अंतरराष्ट्रीय विभाग की कालोन नोरज़िन डोल्मा की यात्रा के बारे में बात की और बताया कि इस यात्रा ने जापानी सांसदों और केंद्रीय तिब्बती प्रशासन के बीच संबंधों को और मजबूत किया।
सूचना और अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के सचिव कर्मा चोयिंग ने सदस्यों को उनके ईमानदार समर्थन के लिए बधाई दी और धन्यवाद दिया। उन्होंने यह भी बताया कि चीन आक्रामक हो रहा है और तिब्बती धर्म, संस्कृति और पहचान को नष्ट कर रहा है।
जापान और पूर्वी एशिया के लिए परम पावन दलाई लामा के संपर्क कार्यालय के प्रतिनिधि डॉ. छेवांग ग्यालपो आर्य ने सदस्यों को कार्यालय की गतिविधियों से अवगत कराया और तिब्बत की वर्तमान स्थिति पर संक्षिप्त जानकारी दी। उन्होंने उन्हें ब्रसेल्स में आगामी अंतरराष्ट्रीय तिब्बत समर्थक समूह सम्मेलन के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने वर्ष २०२४ की कार्ययोजना और जापान में तिब्बत गांव बसाने की अवधारणा के बारे में बात की और उनसे समर्थन का अनुरोध किया।
बैठक में समर्थक समूहों के प्रतिनिधियों ने अपना परिचय दिया और वर्ष के दौरान की गई गतिविधियों पर बात की। इस बैठक में नौ प्रमुख समर्थक समूहों और उनके सदस्यों ने भाग लिया और तिब्बत से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की। सेव तिब्बत नेटवर्क के अध्यक्ष माकिनो सेशु ने प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया और उनसे अन्यायपूर्ण तानाशाही चीनी कम्युनिस्ट शासन के तहत पीड़ित लोगों के लिए स्वतंत्रता और न्याय का समर्थन करने वाले अपने अच्छे कार्यों को जारी रखने के प्रति प्रतिबद्धता का अनुरोध किया।