बर्लिन (जर्मनी)। दक्षिण- एशियाई सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में निर्वासित तिब्बती संसद की डिप्टी स्पीकर डोल्मा छेरिंग तेखांग ०५ से ११ नवंबर, २०२३ तक जर्मनी के अध्ययन दौरे पर हैं।
प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में भारत के राज्यसभा सदस्य श्री सुजीत कुमार, श्रीलंका के संसद सदस्य डॉ. पी. सुदर्शिनी फर्नांडोपुल्ले, नेपाल की प्रतिनिधि सभा के सदस्य नगीना यादव, मालदीव के अड्डू शहर के मेयर और मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी के अली निज़ार, भूटान के संसद सदस्य शेरिंग छोमो और भारत की लोकसभा के सदस्य श्री बृजेन्द्र सिंह शामिल हैं।
०६ नवंबर २०२३ को प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को डॉ. हाबिल और जर्मन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल एंड सिक्योरिटी अफेयर्स (एसडब्ल्यूपी) में वरिष्ठ फेलो क्रिश्चियन वैगनर द्वारा दक्षिण एशिया के बारे में जर्मनी की राय (द जर्मन व्यूज़ ऑन साउथ एशिया) के बारे में जानकारी दी गई। इसके बाद एफएनएफ फॉर फ्रीडम के निदेशक मंडल के अध्यक्ष प्रो. कार्ल-हेंज पैके और एफएनएफ फॉर फ्रीडम के अंतरराष्ट्रीय विभाग के प्रमुख डॉ. रेने क्लैफ द्वारा ‘जर्मनी और विदेश में फ्रेडरिक नौमान फाउंडेशन के कार्य’ के बारे में बताया गया। डिप्टी स्पीकर डोल्मा छेरिंग तेखांग को अन्य दक्षिण एशियाई सांसदों के साथ जर्मन संसद-बुंडेस्टाग के दौरे पर भी ले जाया गया और बाद में शाम को जर्मन बुंडेस्टाग की सदस्य क्रिस्टीन एशेनबर्ग-डुग्नस ने महिला सांसदों के लिए संसद भवन में रात्रिभोज का आयोजन किया।
अगले दिन, डिप्टी स्पीकर और प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों ने बर्लिन में आउटडोर और इनडोर इतिहास संग्रहालय- टोपोग्राफी ऑफ टेरर (आतंक की स्थलाकृति)- का दौरा किया और उसके बाद उन्हें संघीय वित्त मंत्री के संसदीय राज्य सचिव डॉ़ फ़्लोरियन टोनकर द्वारा ‘जर्मन सरकार के काम और संघीय वित्त मंत्रालय के वर्तमान विषयों’ से परिचित कराया गया। एफएनएफ, पॉट्सडैम के एशिया डेस्क प्रमुख चार्ल्स डु विनेज और एफएनएफ, पॉट्सडैम के एशिया डेस्क के डेनिएला सैका के साथ दोपहर के भोजन की बैठक में प्रतिनिधियों को ‘एशिया में संघवाद और विकेंद्रीकरण के बारे में पांच विचार’ की जानकारी दी गई। इसके बाद प्रतिनिधियों को विदेश व्यापार के मुख्य कार्यकारी, अंतरराष्ट्रीय और यूरोपीय आर्थिक मामलों के कार्यकारी बोर्ड के सदस्य डॉ. वोल्कर ट्रेयर द्वारा ‘जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की संरचना और एशिया के साथ जर्मन आर्थिक संबंधों’ से परिचित कराया गया। डॉ़ वोल्कर जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री एंड कथरीना विटके, डिवीजन साउथ एंड साउथ-ईस्ट एशिया-पैसेफिक, एपीए, ऑस्ट्रेलिया एंड एशिया-पैसेफिक कंफ्रेंस ऑफ जर्मन बिजनेस (एपीके) और जर्मन चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रमुख भी हैं।
सभी कार्यक्रमों के बाद प्रश्नोत्तर सत्र हुए, जिसके दौरान डिप्टी स्पीकर डोल्मा छेरिंग तेखांग ने सम्मानित जर्मन अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने के लिए तिब्बत और तिब्बतियों से संबंधित मुद्दों को उठाया और निर्वासित तिब्बती संसद की ओर से अपील पत्र दिए। उन्होंने उनमें से अधिकांश को निर्वासन में तिब्बती लोकतंत्र को देखने के लिए धर्मशाला आने का खुला निमंत्रण भी दिया।
०८ नवंबर को डिप्टी स्पीकर और अन्य प्रतिनिधि बर्लिन से मेन्ज़ के लिए रवाना हुए और वहां कार्यक्रम जारी रखेंगे। बर्लिन और मेन्ज़ का यह दौरा फ्रेडरिक नौमान फाउंडेशन फॉर फ्रीडम (एफएनएफ) द्वारा आयोजित किया गया है।