तिब्बतनरिव्यू.नेट, 08 नवंबर, 2018
कई ऑनलाइन रिपोर्टों से पता चलता है कि एक तिब्बती युवा ने 4 नवंबर को विरोध स्वपरूप आत्मदाह कर लिया है। हालांकि इस क्षेत्र में आम दिनों में भी संचार माध्यमों पर कठोर सरकारी नियंत्रण के कारण बहुत ही कम जानकारी आ पाती है। विशेष रूप से यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि युवा व्यक्ति, जिसे धोरबे नाम दिया गया है, आत्मदाह से बचा हुआ है या नहीं।
बताया जाता था कि धोरबे ने खुद को सिचुआन प्रांत के न्गावा (चीनी: एबा) काउंटी में खुद को आग के हवाले कर दिया, जहां फरवरी 2009 से 153 तिब्बतियों ने विरोध करते हुए आत्मदाह की है।
रिपोर्टों में कहा गया है कि वह व्यक्ति तिब्बत के निर्वासित आध्यात्मिक नेता दलाई लामा के लंबी आयु की प्रार्थना कर रहा था और जल्द से जल्द उनकी तिब्बत वापसी का नारा लगा रहा था।
आदमी को काउंटी के चोएजमा टाउनशिप के झकोर गांव-स्तरीय अनुमंडल का बताया जा रहा है।
अभी तक इस बारे में कोई और जानकारी नहीं मिली है। यहां तक कि यह भी ठीक से पता नहीं है कि यह घटना कहां पर हुई है। धोरबे विवाहित थे और उनका व्यवसाय क्या था। या फिर उनके द्वारा आत्म हत्या जैसे भयानक विरोध कार्रवाई के लिए तत्कालिक कारण क्या थे।
धोरबे से पहले, 7 मार्च को न्गावा के ही मेउरुमा खानाबदोश टाउनशिप में दो बच्चों के पिता त्सेखो तुकचक नामक व्यक्ति ने आत्मदाह कर लिया था। यह घटना 10 मार्च, 2018 को आयोजित तिब्बती राष्ट्रीय विद्रोह दिवस की 59वीं वर्षगांठ से पहले की है। कहा जा रहा है कि वह व्यक्ति तिब्बत में चीन के निरंतर कब्जे के शासन और तिब्बती लोगों और उनकी संस्कृति के दमन के बारे में गंभीर रूप से चिंतित था।