नई दुनिया, 16 फ़रवरी, 2016
गया। तिब्बतियों के काग्यू पंथ के शीर्ष धर्मगुरु 17वें करमापा उज्ञेन त्रिनले दोरजे ने कहा है कि वर्तमान समय में भारत-चीन के संबंध बदल रहे हैं। दोनों देशों के बीच आर्थिक गतिविधियां बढ़ी हैं, लेकिन तिब्बत के हालात और बदतर हुए हैं। चीन ने तिब्बत में कई तरह की पाबंदी लगा दी है। करमापा सोमवार को बोधगया स्थित तेरगर मोनेस्ट्री में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
तिब्बत जाने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अपने घर कौन नहीं जाना चाहेगा? अपना घर अपना ही होता है। करमापा के मुताबिक आज पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। प्लास्टिक का उपयोग बंद करना होगा। इसका असर भारत पर ही नहीं, दूसरे पड़ोसी देशों पर भी पड़ेगा।
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