दैनिक जागरण, 12 नवंबर, 2012
टोक्यो। तिब्बती धर्मगुरु दलाईलामा ने चीनी अधिकारियों की जांच पर सवाल उठाए हैं। दलाईलामा का कहना है कि चीन में तिब्बतियों के आत्मदाह की जांच को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा।
जापानी मीडिया को दिए एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा कि चीन की सरकार सारी समस्याओं को उनके सिर मढ़कर अपना पल्ला झाड़ रही है। इसके बजाय उसे मामलों की तह तक जाने के लिए गंभीरता से जांच करनी चाहिए। उनका बयान ऐसे समय में आया है जब एक हफ्ते में ही सात तिब्बतियों ने आत्मदाह कर लिया है।
मीडिया के मुताबिक तिब्बत में चीनी शासन के चलते 2009 से अब तक करीब 69 लोग आत्मदाह कर चुके हैं। जिसमें से 54 लोगों की मौत हो चुकी है। क्योडो न्यूज एजेंसी के मुताबिक 77 वर्षीय तिब्बती नेता ने कहा कि तिब्बत में आत्मदाह की घटनाओं के लिए बीजिंग द्वारा उठाए जानेवाले कदमों की तिब्बत की निर्वासित सरकार स्वागत करेगी।
जापान में निचले सदन के सदस्यों को संबोधित करने पहुंचे दलाईलामा को प्रवेश दिए जाने पर चीन ने जापान की आलोचना की है। एजेंसी के मुताबिक 100 से अधिक सांसदों के इसमें भाग लेने की उम्मीद है।