स्कॉटलैंड। इंग्लैंड में अपने कार्यक्रमों के समापन के बाद सिक्योंग पेन्पा छेरिंग २७ अप्रैल को स्कॉटिश संसद पहुंचे। वहां स्कॉटिश संसद के सदस्य और तिब्बत पर स्काटिश संसद के सर्वदलीय समूह (स्कॉटिश क्रॉस पार्टी ग्रुप ऑन तिब्बत) के अध्यक्ष रॉस ग्रीर द्वारा सिक्योंग की मेजबानी की गई। स्वागत समारोह में सिक्योंग का स्वागत स्काटिश संसद के सदस्य फ़ैसल चौधरी, स्कॉटिश संसद के सदस्य और संस्कृति, यूरोप और अंतर्राष्ट्रीय विकास मामलों के शैडो मिनिस्टर डोनाल्ड कैमरन और स्कॉटिश संसद के सदस्य पॉलीन मैकनील ने किया।
स्कॉटलैंड की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा के दौरान सिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने स्कॉटिश राजनीतिक समूहों और अन्य संसद सदस्यों के साथ बातचीत की, जिनमें स्कॉटिश ग्रीन्स पार्टी के सह-नेता सांसद पैट्रिक हार्वी, स्कॉटिश लिबरल डेमोक्रेटिक के नेता सांसद एलेक्स कोल-हैमिल्टन, स्कॉटिश ग्रीन्स के सांसद मार्क रस्केल, स्कॉटिश पार्लियामेंट्स इंटरनेशनल रिलेशन के प्रमुख जेनी चिनम्बिरी और स्कॉटिश पार्लियामेंट में एडिनबर्ग के पार्षद डैन हीप और कायले ओ’नील शामिल थे। इसके अलावा, उन्होंने एडिनबर्ग शहर के लॉर्ड प्रोवोस्ट माननीय पार्षद रॉबर्ट एल्ड्रिज और सिटी चेम्बर्स में एडिनबर्ग काउंसिल के नेता काउंसिलर क्लार कैमी डे से भी मुलाकात की।
सिक्योंग ने क्रॉस पार्टी ग्रुप ऑन तिब्बत के सदस्यों के साथ बैठक के साथ स्कॉटिश संसद में अनेक कार्यक्रमों में शिरकत की। बैठक में क्रॉस पार्टी ग्रुप के अध्यक्ष सांसद रॉस ग्रीर और समूह के सचिव एलेनोर बायरन-रोसेनग्रेन, सांसद मथियास रोसेनग्रेन, डॉ मार्टिन मिल्स, रॉन स्क्रिमेगॉर, लिंडा हेंड्री और कैमरन गैरेट भी शामिल हुए। इस कार्यक्रम में स्कॉटिश हॉगकॉग के लोगों का एक समूह भी शामिल हुआ।
सिक्योंग पेन्पा छेरिंग ने २७ अप्रैल २०२३ को एडिनबर्ग विश्वविद्यालय में ‘तिब्बत: एन अनरिजॉल्व्ड इंटरनेशनल कंफ्लिक्ट (तिब्बत : एक अनसुलझा अंतरराष्ट्रीय संघर्ष)’ विषय पर अपनी बात रखी। एशिया स्कॉटलैंड संस्थान द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता लॉर्ड चार्ल्स ब्रूस ने की। कल यानी २८ अप्रैल को लंदन वापस जाने से पहले सिक्योंग एबरडीन विश्वविद्यालय में बोलेंगे।