०५अक्तूबर, २०२२
इटली। दक्षिण टायरॉल के राष्ट्रपित श्री अर्नो कोम्पात्शर ने ०३अक्तूबर को तिब्बती प्रतिनिधि थिनले चुक्की और तिब्बती समुदाय के अध्यक्ष छेतन लिंगुनी के साथ डीआईआईआर कालोन नोरज़िन डोल्मा की अगवानी की। द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों ने कई मुद्दों, विशेष रूप से चीन के नियंत्रण वाले तिब्बत की स्थिति पर बातचीत की।
तिब्बत की वर्तमान स्थिति की जानकारी देते हुए कालोन नोरज़िन डोल्मा ने चीनी कट्टर नीतियों और तिब्बती संस्कृति और अस्मिता के चीनीकरण पर गहरी चिंता व्यक्त की। तिब्बतियों की धार्मिक स्वतंत्रता को कम करने वाले सीसीपी के अधिनायकवादी उपायों और पुनर्जन्म की सदियों पुरानी तिब्बती बौद्ध प्रथा में हस्तक्षेप करने की चीनी नीतियों पर जोर देते हुए कालोन नोरज़िन डोल्मा ने चीन को तिब्बती धार्मिक मामलों में दखल देने से रोकने के लिए ठोस प्रयास करने का आग्रह किया। इसके अलावा, कालोन ने उन परियोजनाओं के लिए समर्थन मांगा, जो निर्वासित तिब्बती समुदाय का और सशक्तिकरण करेंगे।
राष्ट्रपति कोम्पात्शर ने तिब्बत और तिब्बती लोगों के लिए दक्षिण टायरॉल के निरंतर समर्थन का आश्वासन दिया। उन्होंने तिब्बत के धार्मिक मामलों में दखल देने वाले चीन के कदम को ‘अस्वीकार्य’ बताया और कहा कि धार्मिक मामलों में ‘कोई विदेशी ताकत हस्तक्षेप नहीं कर सकती। वित्तीय सहायता के संबंध में राष्ट्रपति कोम्पात्शर ने परियोजनाओं के कार्यान्वयन को साकार करने में मदद करने के लिए संबंधित भागीदारों की पहचान की और उस पर बातीचीत को आगे बढ़ाने का आश्वासन दिया।
रोम, मिलान और पेरुगिया में कालोन नोरज़िन डोल्मा की मिलनेवालों की सूची में पूर्व सीनेटर रॉबर्टो रैम्पी, संसद के नवनिर्वाचित सदस्य ऑन.ऑगस्टा मोंटारूली, तिब्बत के लिए इटली संसदीय समूह के पूर्व सदस्य ऑन.लुसियानो नोबिली, ऑन. एंटोनेला इंसर्टी और ऑन. मैटियो लुइगी बियांची, इटली के यूनियन बुद्धिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री फिलिपो सिआना समेत कई अन्य लोगों के साथ बैठकें शामिल थीं। कालोन के कई मौके पर कई मीडिया कार्यक्रम भी हुए।
कालोन नोरज़िन डोल्मा ने ०३अक्तूबर को इटली में अपनी मुलाकातों का दौर सफलतापूर्वक पूरा किया और उसी दिन जिनेवा, स्विट्जरलैंड पहुंचीं।