ऑस्ट्रेलिया। ऑस्ट्रेलियाई लेबर पार्टी (एएलपी) ने १७-१९ अगस्त को ब्रिस्बेन में आयोजित अपने ४९वें राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान सर्वसम्मति से तिब्बत के अंदर अधिकारों और स्वतंत्रता के क्षरण की निंदा करते हुए एक प्रस्ताव अपनाया।
एएलपी के सांसद जूलियन हिल ने यह प्रस्ताव पेश किया। प्रस्ताव में कहा गया है,’लेबर झिंझियांग और पूरे चीन में उग्यूरऔर अन्य नस्लीयऔर धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लंघन की कड़ी निंदा करता है। हम मानवाधिकार उच्चायुक्त के कार्यालय के निष्कर्षों से गंभीर रूप से चिंतित हैं कि यातना या दुर्व्यवहार के आरोप विश्वसनीय हैं।यौन और लिंग-आधारित हिंसा की घटनाओं के आरोप हैं और कुछ मानवता के विरुद्ध अपराध के उल्लंघन भीहो सकते हैं। लेबर पार्टी तिब्बत में शैक्षिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और भाषाई अधिकारों और स्वतंत्रता के क्षरण की रिपोर्टों से बहुत चिंतित है। हम सरकार द्वारा संचालित आवासीय स्कूलों में तिब्बती बच्चों को उनके परिवारों से अलग करने, राजनीतिक विचारों की शांतिपूर्ण अभिव्यक्ति के लिए तिब्बतियों को हिरासत में लेने, तिब्बती धार्मिक अभिव्यक्ति के दमन, अत्यधिक सुरक्षा उपायों, बड़े पैमाने पर निगरानी, यात्रा पर प्रतिबंध और तिब्बती सांस्कृतिक अधिकारों और विरासत पर चीन की नीतियों जैसी परेशान करनेवाली रिपोर्टों पर भी नजर रखे हुए हैं। पूरे चीन में जबरन श्रम के इस्तेमाल को लेकर श्रमिक भी काफी चिंतित हैं। हांगकांग के अधिकारों, स्वतंत्रता और स्वायत्तता के निरंतर क्षरण और लोकतंत्र समर्थक हस्तियों, विपक्षी समूहों को गिरफ्तार करने और उन पर दबाव बनाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों के व्यापक दुरुपयोग से भी एएलपी बेहद चिंतित है।‘ऑस्ट्रेलियाई लेबर पार्टी ऑस्ट्रेलिया की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में से एक है। मई २०२२ सेयह सत्तारूढ पार्टी है और वर्तमान में प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़ इसके नेता हैं।